कैसे की हनुमान जी ने की यमराज से रक्षा – बाला जी ने स्वेम दिया जीवनदान – Jitennblog.com

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हनुमान जी ने की यमराज से रक्षा – बाला जी ने स्वेम दिया जीवनदान

दोस्तों आज के इस अनुभव को देखने के बाद आपको पता चल जायेगा कि  हनुमान जी  स्वेम  आप की परछाई बन कर आप के साथ साथ चलते हैं और  क्यों हनुमान जी की कृपा के बिना जीवन पूर्ण नहीं है ! और कैसे हनुमान जी स्वेम रक्षा करते हैं अपने भक्तों की ? आखिर क्या हुआ था इस भक्त के साथ और ऐसा कौन  सा  कार्य था जो हनुमान जी ने इस भक्त की सुरक्षा हेतु कर डाला , इसे जान कर बजरंगबली पर आप का अटुट विश्वास और अधिक मजबूत होगा  , तो ध्यान से इसआर्टिकल को देखिये और समझिए ,

 

साधु जी आप को  जय श्री राम और जय श्री राम उन सब को भी जो इस ब्लॉग के साथ हमारे अपने अराधेय श्री हनुमान जी  की भक्ति में सराबोर हैं !

  • Introduction 

साधु जी मेरा नाम कमल है और मैं बहादुरगढ़ हरियाणा  का रहने वाला हूँ , मैं पिछले लगभग 12  सालों से स्थानीय नगर निगम में  एक गजटेड ऑफिसर  रैंक पर  गवर्नमेंट जॉब कर रहा हूँ ! आप का ब्लॉग में  पिछले कई हफ़्तों  से फॉलो करता  रहा हूँ और हनुमान जी के बारे में  ढेर सारी नई  जानकारियां सुबह सुबह जब मिलती हैं तो दिन बोहत ही बढ़िया निकलता है और कई मोटिवेशनल  जानकारियां अपने प्यारे हनुमान जी  के बारे में सुनकर मानसिक विचार भी पूरी तरह पोसिटिव हो जाते हैं ! आप अच्छा काम कर रहे है इस के लिए आप काऔर आप की टीम का बोहत बोहत धन्यवाद  !

साधु जी , मेरे पिता जी अपने इलाके के एक बोहत अच्छे पहलवान थे ! बचपन से ही पिता जी के साथ कुश्ती सीखने अखाड़े में  जाता था , बस तभी से ही प्रेम हो गया महाबलशाली हनुमान जी के साथ ! जब भी कभी हमारे कुश्ती के मैचेस होते तो हनुमान जी का नाम ले कर ही अखाड़े में  प्रवेश किया जाता ! तो हनुमान जी की इतनी कृपा रही की मैं नेशनल लेवल तक कुश्ती खेला भी और कई इम्पोर्टेन्ट  मैच जीता भी ! बस इतना समझ  लीजिये कि  दिन की शुरुआत भी हनुमान जी की भक्ति से होती और दिन का अंत भी उन्ही के नाम से होता !

 

कुछ वर्ष पूर्व ही शादी हुई और मैं ग्रहस्त जीवन में  प्रवेश कर गया ! पर अपने प्यारे हनुमान जी को दिन में  2  बार ध्याना  नहीं छोड़ा  , सुबह और शाम , 2  दफा हनुमान जी का चालीसा पाठ और मंगलवार का व्रत , ये मेरी ज़िन्दगी के अहम् हिस्से बन चुके थे ! क्यों कि हमारे प्यारे प्रभु हनुमान जी हैं ही इतने प्यारे कि जो इनके चरणों में एक बार आ कर शरण प्राप्त कर लेता है उससे स्वेम प्रभु  को ही इतना प्यार हो जाता है कि वो अपने से बाहर अपने भक्तों  को जाने ही नहीं देते !

  • Experience

मेरा अनुभव ज़्यादा पुराना  नहीं है  , बात 2021  अक्टूबर  के महीने की है,  सुबह लगभग 3  बजे मेरी आँख खुल गई , ऐसा लगा की मेरे ईश्वर श्री  हनुमान जी  ने स्वेम मुझे थपकी दे कर उठा दिया , कुछ याद करने पर सिमरन  हुआ की प्रभु ने मुझे आज स्वप्न में दर्शन दे ही दिए ! मैं हैरानगी से अपने बीते हुए सपने को याद कर के भाव विभोर हो उठा ! उसी समय पत्नी को भी जगाया और स्वप्न की सारी  बात बता कर , एक पुरानी  इच्छा उसके सामने  जाहिर की ! जब मैंने  स्कूल से कॉलेज में  प्रवेश किया था तब मेरे सभी मित्र हनुमान जी के मंदिर श्री सालासर बाला जी धाम की यात्रा पर गए पर मैं किन्ही पारिवारिक कारणों की वजह से उन के साथ प्रभु दर्शन के लिए नहीं जा पाया !

 

परन्तु आज जब मुझे साक्षात् श्री हनुमान जी ने दिव्यदर्शन स्वप्न  में  दिए तो वही तड़फ उनसे मिलने की फिर से जागृत हो गई और मैंने पत्नी के  साथ  उसी समय निर्णेय ले लिया की आज ही हम बाला जी के दर्शन के लिए चलें गे ! पत्नी भी हनुमान जी की  भक्त हैं तो वह  भी तुरंत त्यार हो गई ! बच्चेअभी छोटे थे अतः बच्चों को नाना नानी के यहाँ छोड़ कर हम दोनों करीब सुबह 8 बजे त्यार थे श्री सालासर  बालाजी धाम अपने प्यारे हनुमान जी से मिलने के लिए !

साधु जी। .. श्री सालासर बाला जी धाम हमारे यहाँ से लगभग 270 किलोमीटर है , कब हम चले और प्रभु दीवानगी में  कब हम श्री सालासर बालाजी  जी के मंदिर द्वार के सामने खड़े थे यह पता ही नहीं चला ! जैसे हमारे प्रभु हनुमान जी  मन के वेग की गति से चलते हैं उसी तरह आज मुझे और मेरी पत्नी को   ऐसा ही महसूस हुआ कि  अपने दर्शनों के लिए हम ने सोचाऔर उसी मन की वेगगति  से प्रभु ने अपने पास  पास बुला लिया  ! सालों से मेरी अधूरी  इच्छा आज पूरी होने जा रही थी ! हम ने प्रभु श्री बालाजी के लिए चूरमा  प्रशाद और  ध्वजा  इत्यादि  लिया और बोहत ही आलोकिक  दर्शन किये अपने शानदार सेठों  के सेठ श्री सालासर बालाजी महाराज के !

 

साधु जी इतनी असीम शांति है मंदिर में  जिस का कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता,  ऐसा चमत्कारिक ओज  है हमारे प्यारे हनुमान जी का कि कोई भी दर्शनार्थी उन्हें घंटो तक निहारता रहे ! दर्शनों से निवृत हो कर लगभग शाम  5  बजे के आसपास हम वापसी अपने शहर के लिए रवाना होने लगे तो पत्नी ने जिद की कि  मुझे श्री बालाजी का स्वरुप घर पर ले जाना है तो मैं तुरंत उन्हें मंदिर के ठीक सामने ही स्थित  एक दूकान श्री बाला जी मिष्ठान भण्डार ले गया जिस की पहली मंज़िल पर हमारे बाला जी हमारे साथ चलने को त्यार बैठे थे !

साधु जी , पत्नी को तुरंत  सालासर बालाजी का एक आलोकिक  स्वरुप पसंद आ गया, चमत्कारिक ढंग से वह हमें ही निहार रहे थे , जैसे उन्हें हमारा ही इंतज़ार था और  हम पति पत्नी दोनों ने ही  ने स्वरुप में  स्वतः ही महसूस किया श्री बालाजी की विलक्षण ऊर्जा को !

  •  Going Back  Home 

अब घर वापसी का समय था , पार्किंग से गाडी निकालने  से पहले ही बालाजी के पवित्र स्वरुप को हमने अच्छी तरह से सहेज कर पिछली सीट पर विराजमान कर दिया ! मंद ही मंद मुस्कुराती हुई श्री बाला जी की तस्वीर देख कर ऐसा लग रहा था कि  स्वेम बालाजी ही साक्षात रूप में  पीछे की सीट पर विराजमान  हैं ! धीरे धीरे गाडी हवा से बातें करने लगी !

मैं और पत्नी दोनों बोहत खुश थे और फूले  नहीं समां रहे थे कि  एक तो दर्शन इतने मनमोहक  हो गए और दूसरा हमारे घर स्वेम हमारे हनुमान जी श्री बालाजी स्वरुप में  पधार रहे हैं !

  • Uncertain Incident 

परन्तु साधू जी यह क्या हो गया रास्ते में , ये आज भी सोच रहा हूँ तो वह द्रशय  बिलकुल लाइव मेरी आँखों के सामने से गुजर जाता है !

 

कोई क्या करेगा  हनुमान जी  के भक्तों का जब हमारे प्यारे श्री हनुमान जी हमारे सब दुःख हर लेते हैं और हम पर आंच भी नहीं आने देते ! सामने से अगर यमराज भी आ जाएँ तो असीम अलौकिक शक्ति वाले हमारे प्यारे हनुमान जी की अनुमति के बिना तो पत्ता भी नहीं हिलता !

हमारे साथ भी यही हुआ , मैं घर वापसी के दौरान कुछ 135 किलोमीटर के आसपास गाडी चला चूका था  , गाडी में स्टेरिओ पर  श्री हनुमान जी के  चालीसा भजन चल रहे थे , कुछ 90 किलोमीटर पर  ऑवर की स्पीड रही होगी ,  सावधानी से गाडी चलते हुए देखा की सामने सड़क पर 2 ट्रक जो की कम  से कम  18 बड़े पहियों वाले थे रोड के दायीं और बाईं दोनों तरफ एक समान  गति से चल रहे थे  और एक मारुती वितारा SUV  गाडी उन्हें क्रॉस करने के लिए बार बार हॉर्न बजा कर जगह मांग रही थी पर वे ट्रक एक समान गति से चलते ही जा रहे थे , दोनों के बीच में  इतनी जगह ज़रूर थी की एक गाडी ठीक-ठाक स्थिति में   क्रॉस हो  जाये ! पर मारुती गाडी का ड्राइवर थोड़ा सकुचा रहा था , कुछ क्षण रुक कर मैंने  थोड़ी दूरी बना के दोनों ट्रकों के बीच से निकलने का मन बना लिया , ड्राइविंग करते हुए काफी साल हो चुके थे अब ये सब एक्सपीरियंस के साथ अपने आप ही हो जाता है ! मैंने मारुती SUV गाडी को हॉर्न दिया  जगह देने के लिए , कुछ ही सेकण्ड्स में  मारुती ड्राइवर नेअपनी रफ़्तार कुछ धीरे कर के अपनी गाडी दाहिने वाले ट्रक के पीछे कर ली और मुझे निकलने की जगह मिल गई !

अब मैं  .. साथ वाली सीट पर  मेरी पत्नी और पिछली सीट पर विराजमान  श्री हनुमान बाला जी  , मैंने  गाडी का एक्सेलेरेटर दबा दिया और अब  हमारी गाडी उन दोनों ट्रको के बीच दौड़ रही थी। .. पर अचानक दायीं तरफ वाले ट्रक का हमारी तरफ वाला बड़ा टायर जोरदार आवाज़ के साथ  ब्लास्ट हो गया….

  • Self – Realization

साधु जी .. वो क्षण मेरी ज़िन्दगी का ऐसा क्षण  था की अगर उस समय  मैं कोई एक साधारण व्यक्ति होता तो अपनी गाडी का नियंत्रण 100प्रतिशत  ही खो देता और बाईं तरफ साथ में ही चल रहे एक और बड़े ट्रक के साथ एक बड़ी दुर्घटना का शिकार बन जाता परन्तु अभी मैं साधारण नहीं असाधारण बन चुका  था , न जाने कहाँ से एक आलोकिक शक्ति को अपने अंदर महसूस किया और गाडी की स्पीड बड़ा दी ! तेजी से अगले ही पल दोनों ट्रकों के बीच से में  निकल गया !  ट्रक्स को क्रॉस करते ही जब मैं खुली रोड पर पोहंच गया तो  मंद मंद मुस्कराहट मेरे चेहरे पर दौड़ पारी और रोंगटे खड़े होने से खुद को रोक नहीं पाया ! ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे साक्षात् हनुमान जी पिछली सीट पर विराजमान हो कर ही पूरी गाडी को संचालित कर रहे थे और उन्होंने ही उस बुरी दुर्घटना के चक्रव्हु से हमें बचा लिया ! मैं और पत्नी शुक्रगुज़ार थे अपने प्रभु के और मेरी आस्था प्रभु श्री हनुमान जी पर और द्रिड हो गई ,

 

साधु जी कहते हैं न

 

सब सुख लहे तुम्हारी सरना – तुम रक्षक काहू  को डर ना

  •  The  End 

अब  साइड मिरर में पीछे का नज़ारा देख कर आँखे खुली की खुली रह गई ! दाहिनी तरफ वाले ट्रक की अचानक ब्रेक लगने और बैलेंस बिगड़ने की वजह से ट्रक  के पीछे चल रही मारुती वितारा  SUV गाडी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और एक जान का भी नुक्सान हुआ !

साधू जी उस ट्रक के टायर ब्लास्ट की कम्पन मैं और मेरी पत्नी आज भी महसूस कर के सिहर जाते हैं परन्तु प्रभु  श्री हनुमान जी ने हमारे प्राणो की  रक्षा कर के हमें एक नई  ज़िन्दगी प्रदान की , उस घटना के बाद आज तक मैं हर महीने प्रभु श्री बालाजी धाम के दर्शन करने जाता हूँ, प्रभु श्री हनुमान जी ये शक्ति हमें  निरंतर प्रदान करें की उनकी यह सेवा मैं जीवन भर हमेशा सपरिवार करता  रहूं !

जय श्री राम जय बजरंगबली

  •  Author Speech 

दोस्तों ये थी  सच्ची घटना श्री हनुमान सेवक कमल  जी की बहादुरगढ़ – हरियाणा  से  , हनुमान जी सदा ही अपने भक्तों की रक्षा करते हैं  ! सच्चे दिल से जो उनकी शरण में  जाएँ और उन्हें अपने मन और जीवन में स्थापित कर के रखें तोवे  बड़े से बड़े संकट से भी आप को बाहर निकल देते हैं , तो ऐसे ही हैं हमारे बजरंगबली’

तो दोस्तों कैसी लगी श्री हनुमान जी के चमत्कार से जुडी आज की वीडियो ! वीडियो को लाइक और शेयर ज़रूर करियेगा ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक हनुमान जी की महिमा को हम पोहंचा सकें ! और जल्द ही एक और सच्ची घटना के साथ हम वापस लौटेंगे तब तक जय श्री राम जय हनुमान जी  और यही वंदना  बजरंगबली को याद रखने के लिए कमेंट बॉक्स में  लिखना न भूलें  !

दोस्तों आप भी अगर इस तरह के सच्चे अनुभव हम से शेयर करना चाहते हैं तो डिस्क्रिप्शन बॉक्स में अपनी मेल ID  के साथ आप शेयर कर सकते हैं – और हम उस अनुभव को जिवंत करेंगे अपने चैनल के माध्यम से !

धन्यवाद 

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